अमेरिका और ईरान के बीच चल रहा परमाणु शक्ति को लेकर युद्ध समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है, वर्तमान समय में प्रत्येक देश अपने आप को परमाणु शक्ति बनाना चाहता है, विश्वशक्ति बनना चाहता है और जो देश पहले से परमाणु शक्ति सम्पन्न है, वह अपने आप को और शक्तिशाली बनाना चाहते है इसके साथ ही कई देश खुफ़िआ तरीके से भी परमाणु परीक्षण करने में लगे है|
इन सब मामलो के बीच ब्रिटैन का एक परमाणु संयंत्र चर्चा का विषय बना हुआ है, यूनाइटेड किंगडम (UK) के सेलाफ़ील्ड क्षेत्र में बना परमाणु संयंत्र अब तक का अबसे बड़ा परमाणु खतरा बना हुआ है, ब्रिटैन के अखबार द सन में प्रकाशित हुई एक खबर के अनुसार इस परमाणु संयंत्र में कई तकनीकी खामिया पायी गयी है, इन सब खामियों के चलते इस संयंत्र में अगर कोई हादसा होता है तो वह मानव इतिहास का सबसे बड़ा हादसा होगा यह हादसा हिरोशिमा और चेर्नोबिल में हुयी परमाणु दुर्घटना से भी कई गुना बड़ा होगा |
द सन में छपी रिपोर्ट के अनुसार सेलाफ़ील्ड परमाणु संयंत्र में कई गड़बड़िया पायी गयी है, जिसमे पानी की एक पाइपलाइन में रिसाव होने की बात का भी पता चला है जिससे इस पाइपलाइन से रेडिएशन का भी रिसाव हो रहा था और इसके साथ ही यहां जिस जगह परमाणु कचरे को डाला जाता है उस कंटेनर को भी सही प्रकार से बंद नहीं किया जाता है और न ही उसका उचित प्रकार से निपटान किया जाता है और यहां कई अन्य पाइपलाइन है जिनसे भी एसिड का रिसाव निरंतर हो रहा है इतना ही नहीं इस संयंत्र में कम से कम 25 खामियाँ पायी गयी है जो गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है |
इससे पहले भी इस परमाणु संयंत्र में कई दुर्घटनाये हो चुकी है वर्ष 2017 में भी यहां एक हादसा होते हुए टला था जिसमे एक रसायन के कारण स्थिति बिगड़ गयी थी और बम निरोधक दस्ते को बुलाना पड़ा था ताकि होने वाले हादसे से बचा जा सके, और इस वर्ष के आरम्भ में भी हाई वोल्टेज करंट से यहां बिजली के कई तारो में शार्ट सर्किट होने के कारण तार टूट गए थे जिस कारण यहां के न्यूक्लिअर रेगुलेशन ऑफिस को हटा दिया गया था, जबकि यहां के परमाणु प्रबंधन स्टाफ का कहना है की यहां दो सालो से कोई भी दुर्घटना नहीं हुई है, और यहां होने वाली हर सुरक्षा संबंधी जांच को समय समय इसकी वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है ताकि पारदर्शिता बनी रहे |
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र में 140 टन प्लूटोनियम के भंडार है और यहां परमाणु संयंत्र का क्रियाशील कचरा भी आता है जो बहुत खतरनाक है, इस क्षेत्र में परमाणु संयंत्र में काम करने वाले मज़दूरों के परिवार भी रहते है जिस कारण अगर यहां कोई दुर्घटना घटित होती है तो सबसे पहले इनकी जान का खतरा है इसी कारण यूरोप ने इस क्षेत्र को खतरनाक जगह के रूप में घोषित कर रखा है जिससे यहां के लोगो में डर का माहौल है |